Date: 15 August 2024
Time : 4 pm- 6 pm
Location: कलाकेन्द्र, भागलपुर
Name of Event/Activity : जश्न ए आजादी
Type of Activity : संस्कृतिक कार्यक्रम
15 अगस्त 2024 को कला केंद्र भागलपुर में “जश्न ए आज़ादी” का आयोजन कलाकेंद्र और पीस सेंटर परिधि द्वारा किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन संयुक्त रूप से उदय, तक़ी अहमद जावेद, मृदुला सिंह,जावेद अख्तर, डा सुनील अग्रवाल ने प्रतिभागी बच्चों को तिरंगा झंडा सौप कर किया। इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए राहुल ने कहा कि तिरंगा हमारा आन, बान, शान है। जैसे हमें हमारे पुरखों ने तिरंगा सौंपा है, इसके मूल्य सौपे है इस प्रकार हम भी अपनी आने वाली पीढ़ी को देश का आन, बान, शान तिरंगा सौंप रहे हैं। अब इस देश आगे बढ़ाने, सुरक्षित रखने और एकता बनाये रखने की जिम्मेदारी को ये ही आगे बढ़ाएंगे। जश्न ए आजादी के सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चे-बच्चियों ने देश भक्ति गीत और नृत्य के कई प्रस्तुतियाँ दीं। अनाया, अमायरा, अक्षिता, ईशानवी, श्रेयांशी,वीरा और अद्विती ने भरतनाट्यम, स्केटिंग और हूला हूप के फ्यूजन द्वारा जय हो गीत की शानदार प्रस्तुति कर दर्शकों को झुमा दिया। वहीं क़ाफ़िया कामिनी ने अपनी नज्म “शान है तिरंगा, अपनी जान है तिरंगा” गाया। इस मौके पर अपनी बात रखते हुए एनुल होदा और डा सुनील अग्रवाल ने कहा कि देश की आजादी में हजारों लोगों ने अपनी शहादत दी ताकि देश के लोग खुशहाल जिंदगी जी सकें। खुशहाली का मतलब सिर्फ आर्थिक संपन्नता से नहीं है बल्कि इस भूभाग में रहने वाले सभी लोगों को बराबरी के साथ आगे बढ़ाने और सम्मान की जिंदगी जीने का हक शामिल है। तकि अहमद जावेद ने स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हमारा भाईचारा और अपनापन देश की रीढ़ है। उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक के जाति,धर्म,संप्रदाय,नस्ल के लोग हमारे अपने हैं, हम उनके हैं; यही भावना देश को मजबूत बनता है। जावेद अख्तर ने अपनी रचना -“तुम्ही वतन के रखवाले हो,ज्योत से ज्योत जलाओ,ऊँचे से ऊँचा वतन का झंडा घर घर लहराओ,हमारी शान जिंदाबाद, हिंदुस्तान जिंदाबाद” सुनाकर खूब तालियाँ बटोरी। संचालन करते हुए मृदुल सिंह ने अपनी रचना द्वारा देश भक्ति के भाव पैदा किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रीत ने राग वृदावनी सारंग और ए मेरे प्यारे वतन ए मेरे बिछड़े चमन गया। अंग राज शिवेश ने राग भूपाली,कृतिका मंजरी ने राग बागेश्वरी और ओ देश मेरे वहीं धनबी, तरई, गार्गी, रेदांश, सृष्टि ने मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन, वीर भारद्वाज ने ओ माँ, कृतिका मंजरी, प्रीत,प्रेरणा लवली, सृष्टि ने मेरा रंग दे बसंती चोला माय रंग दे, प्रेरणा स्वरुप ने “देश से है प्यार” अर्णव और सूर्या सौर्य ने देश भक्ति गीत गाकर दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। एकल नृत्य में दृस्टि, नायरा, पूर्वी, अद्विका, जहान्वी,हिमांशी ने खूबसूरत प्रस्तुति दी। धन्यवाद देते हुए उज्जवल कुमार घोष ने कहा कि देश की एकता, अखंडता और तरक्की को नई पीडिया को ही आगे ले जाना है, बढ़ाना है। इसलिए सबके साथ और सबके लिए का जज्बा होना चाहिए।
Media coverage
Date : 9 August 2024
Time: 11am -6pm
Location: भागलपुर
Name of Event/Activity: शहीद सम्मान यात्रा – अगस्त क्रांति दिवस
Type of Activity : यात्रा
अगस्त क्रांति और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 9 से 15 अगस्त तक आजादी के मूल्यों को बढावा देने के उद्देश्य से सामाजिक-सांस्कृतिक संस्था जनप्रिय भागलपुर, पीस सेंटर परिधि, दिशा ग्रमीण विकास मंच, लोक समिति भागलपुर, आदि के संयुक्त तत्वावधान में आजादी पर्व उत्सव कार्यक्रम के तहत शहीद सम्मान यात्रा निकाला गया। शहीद तिलकामांझी के प्रतिमा पर जनप्रिय के अध्यक्ष संजय कुमार, परिधि के उदय और दिशा ग्रामीण विकास मंच के डॉ मनोज मीता ने संयुक्त से माल्यार्पण व पुष्पांजलि कर शहीद सम्मान यात्रा का उद्घाटन किया। उद्घाटन के दौरान जनप्रिय “बा” बाल शिक्षा केंद के बच्चों ने सामुहिक गीत गये। उसके बाद सरदार पटेल, जयप्रकाश नारायण, दीपनारायण सिंह, अमर शहीद भगत सिंह, शहीद चंद्रशेखर आजाद, शहीद सुभाषचंद्र बोस, जवाहरलाल नेहरू, बाबा साहेब भीमराव अंवेडकर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि करते हुए यात्रा गांधी विचार विभाग स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर दिशा ग्रमीण विकास मंच के डॉ मनोज मीता, डॉ फारुख अली, गांधी विचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अमित रंजन ने पुष्पांजलि और माल्यार्पण कर यात्रा का समापन किया गया।
यात्रा के समापन पर सभा को सम्बोधित करते हुए जनप्रिय के निदेशक गौतम कुमार ने कहा स्वतंत्रता आंदोलन के नायकों और उनके विचारों को पुनः आत्मसात करने की जरूरत है। देश के नफरती ताकतों द्वारा लगातार आजादी आंदोलन के नायको, उनके मूल्यों और संविधान पर हमला कर रहे है।
पीस सेंटर परिधि के उदय ने कहा इतिहास मे 9 अगस्त एक महत्वपूर्ण तारीख है। 1942 में आज के ही दिन महात्मा गांधी ने करो या मरो नारा के साथ ब्रिटिश हुकूमत की तानाशाही, शोषण और अत्याचार के खिलाफ भारत छोड़ो अन्दोलन की शुरुआत की गयी।
इकराम हुसैन शाद ने कहा महात्मा गांघी के आह्वान पर भारत छोड़ो अन्दोलन के दौरान देश के लाखों जनता अपनी जान निछावर के लिये तैयार हुए। इस अन्दोलन ने पूरे देश के लोगों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाई थी।डॉ फारुख अली और जयंत जलद ने कहा भारत छोड़ो आंदोलन में आपसी भाईचारा, एकता, सक्रियता, साहस, धैर्य और सहन का अद्धभूत मिशाल पेश की गई।
Media coverage
Date: 6 August 2024
Time: 1pm- 6pm
Location : कलाकेन्द्र, भागलपुर
Name of Event/Activity : हिरोशिमा दिवस
Type of Activity : पोस्टर और शांति संवाद
6 अगस्त 2024 को पीस सेंटर, परिधि भागलपुर द्वारा हिरोशिमा दिवस के अवसर पर युद्ध और जलवायु संकट विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई गोष्टी के अध्यक्षता करते हुए परिधि के निदेशक उदय ने कहा कि युद्ध और जलवायु संकट दोनों मानव जनित है और मानव सभ्यता केलिए खतरा है, मानवीय संवेदना और संस्कृति का सबसे बड़ा उदाहरण शांति और सद्भाव का प्रसार करना है। सामाजिक न्याय आंदोलन से जुड़े रामानंद पासवान ने कहा कि राजसत्ता युद्ध का परिचायक होती है जो जलवायु संकट को और अधिक मुश्किल बना देती हैं, जबकि जनसत्ता शांति और पर्यावरण संरक्षण को बल देती है। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता एनुअल होदा ने बताया कि “युद्ध न केवल मानव जीवन को नष्ट करता है, बल्कि पृथ्वी को भी घाव देता है। रंगकर्मी कपीलदेव रंग ने कहा कि “हथियारों की आवाज़ सुनने से बेहतर है कि हम शांति की आवाज़ सुनें। लाडली राज ने कहा कि “युद्ध सिर्फ दुश्मनों को नहीं, बल्कि पूरी मानवता को नुकसान पहुंचाता है। स्मिता ने युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि “पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है, हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे कम करें वरना आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेंगी। वक्ताओं ने अपने बयानों से माध्यम से युद्ध और जलवायु संकट के प्रति जागरूकता बढ़ा कर पैदा शांति की स्थापना का समर्थन किया। इसके पूर्व “युद्ध और शांति” विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। पोस्टर में कलाकारों ने युद्ध की विभीषिका को अपने रंगों और रेखाओं से अभिव्यक्ति दी। किसी पोस्टर में साम्राज्यवादी ताक़तों द्वारा देश और आर्थिक तंत्र के विस्तार के लिए आम लोगों की हत्या को दर्शाया गया तो किसी पोस्टर में परमाणु बम की ढेर पर बैठी मानवता को प्रमुखता दी गयी। कुछ कलाकारों ने विश्व शांति को प्रमुखता देते हुए मानव की उन्नति और विकास के लिए शांति जरूरी बताया। पोस्टर प्रतियोगिता के निर्णायक सोम कुमार और तन्मय आनंद ने सभी के पोस्टर की प्रशंसा करते हुए कहा कि पोस्टर समाज को जागरूक करने का बहुत अच्छा माध्यम है। इस विधा को और अधिक मजबूत करने कि जरूरत है। प्रतियोगिता में शैलपुत्री कुमारी, तृप्ति आनंद और क़ृषिका गुप्ता ने क्रमशः तृतीय, द्वितीय व प्रथम स्थान प्राप्त किया। मौके पर शायर जावेद अख्तर, मृदुला सिंह और सच्चिदानंद किरण ने अपनी नज्म द्वारा विश्व शांति के लिए आम जन को जागृत होने की बात की। पूर्व “युद्ध और शांति” विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। पोस्टर में कलाकारों ने युद्ध की विभीषिका को अपने रंगों और रेखाओं से अभिव्यक्ति दी। किसी पोस्टर में साम्राज्यवादी ताक़तों द्वारा देश और आर्थिक तंत्र के विस्तार के लिए आम लोगों की हत्या को दर्शाया गया तो किसी पोस्टर में परमाणु बम की ढेर पर बैठी मानवता को प्रमुखता दी गयी। कुछ कलाकारों ने विश्व शांति को प्रमुखता देते हुए मानव की उन्नति और विकास के लिए शांति जरूरी बताया। मौके पर शायर जावेद अख्तर, मृदुला सिंह और सच्चिदानंद किरण ने अपनी नज्म द्वारा विश्व शांति के लिए आम जन को जागृत होने की बात की।
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