Bhagalpur Peace Centre
पीस सेंटर, भागलपुर
कोई भी समाज प्रेम, शांति और सौहार्द के बिना नहीं रह सकता | इसीलिए तो हजारो वर्षों से लोग शांति और शांति की राह खोजने में लगे हैं | भारत में हजारों मान्यताओ और संस्कृतियों को मानने वाले रहते हैं पर सबसे प्रमुख बात यह है कि सभी ने एक दूसरे को कुछ दिया और दुसरे से लिया | किस समाज संस्कृति ने क्या दिया और क्या लिया यह भी बता पाना संभव नहीं |
पीस सेंटर भागलपुर इसी सामाजिक ताना-बाना को मजबूत बनाये रखने के लिए प्रतिबद्ध है, इसके साथ साथ देश की एकता, बराबरी, विविधता की रक्षा, सद्भाव और सम्मान के लिए भी प्रयासरत है | फिर चाहे विविधता में एकता की बात हो या जेंडर इक्विटी की | भारतीय समाज की पहली बराबरी की लड़ाई तो जेंडर जस्टिस की लड़ाई ही है |
कार्य क्षेत्र – पीस सेंटर भागलपुर का सघन कार्य क्षेत्र तो भागलपुर जिला ही है पर जरुरत पड़ने पर बिहार के किसी भी जिलों में शांति सद्भाव के पहल और किसी घटना का तत्थ्यान्वेषण रपट के लिए भी सक्रीय रहता है | भागलपुर का शहरी क्षेत्र, 1989 दंगे में बने झुग्गी बस्ती, गोराडीह, कहलगांव, नाथनगर, खरीक, जगदीशपुर blok आदि प्रखंडो में पीस सेंटर भागलपुर सक्रीय भूमिका निभा रहा है|